नवोदय विद्यालय सिलवासा में SPIC MACAY के माध्यम से बांसुरी संगीत कार्यक्रम का आयोजन

नवोदय विद्यालय सिलवसा में बासुरी संगित का आयोजन !

दिनांक 20 जनवरी 2025 को नवोदय विद्यालय सिलवासा में SPIC MACAY ( Society for the Promotion of Indian Classical Music & Culture Amongst Youth ) के सहयोग से एक विशेष बांसुरी संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नवोदय विद्यालय सिलवसा के सभी विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और भारतीय शास्त्रीय संगीत की अद्भुत प्रस्तुति का आनंद लिया।

कार्यक्रम की मुख्य सुरुवाती झलकियां

कार्यक्रम का संचालन विद्यालय कि संगीत अध्यापिका श्रीमती प्राजक्ता खडके द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती मुर्तीपूजन से हुआ, जिसे विद्यालय के प्राचार्य श्री. वीरेंद्रसिंह कुशवाह एवं पंडित रुपक कुलकर्णी द्वारा संपन्न किया। प्राचार्य महोदय ने उपलक्षमें कार्यक्रम में उपस्थित संगित क्षेत्र के सभी अतिथियों का स्वागत किया और भारतीय संगीत एवं संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला।

पंडित रुपक कुलकर्णी का मंत्रमुग्ध करने वाला प्रदर्शन

प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित रुपक कुलकर्णी कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण रहे। उन्होंने अपनी उत्कृष्ट बांसुरी वादन के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ युवा बासुरी बादक श्री. आदित्य सुतार ने बांसुरी पर और तबला वादक श्री. हिंडोळे मजूमदार ने ताल प्रदान कर उनका साथ दिया । इनकी जुगलबंदी ने संगीत प्रेमियों के दिलों को छू लिया।

विद्यालय कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने शास्त्रीय संगीत और बांसुरी वादन से जुड़ी कई जिज्ञासाएँ व्यक्त कीं। कुछ विद्यार्थियोंने पंडित रुपक कुलकर्णी से पूछा कि बांसुरी सीखने में कितना समय लगता है और इसे शुरू करने के लिए सही उम्र क्या होनी चाहिए । पंडित जी ने बड़े ही सरलता से और प्रेरणादायक शब्दों में उत्तर देते हुए कहा कि बांसुरी वादन के लिए समर्पण और नियमित अभ्यास सबसे महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जो व्यक्ति संगीत में व्रुची निर्मान करता है उसके लिए संगीत केवल तकनीक नहीं, बल्कि आत्मा की अभिव्यक्ति है।

उपस्थित विद्यालय के सभी शिक्षकों की सहभागिता

इस कार्यक्रम में विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री. मनीषकुमार श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। इसके साथ उन्होने संगीत जीवन के लिए कितना महत्वपुर्ण है यस समझाया । कार्यक्रम के आयोजन हेतु सभी के योगदान के लिए सभींका धन्यवाद व्यक्त किया इसके साथ ही, विद्यालय के अध्यापक —श्री. हरिलाल मकवाना, श्री. शरद खंडारे,  श्री. कमल सिंह, श्री. अमरेश कुमार, श्री. लोकेश मीणा, एवं विद्याल्य अध्यापिकाए कु. ज्योति, श्रीमती मीना ओडेदरा, और श्रीमती शिल्पा, श्रीमती. ममता ने भी कार्यक्रम का आनंद लिया।

SPIC MACAY का महत्व ?

SPIC MACAY भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को आज के विद्यार्थियों के बीच लोकप्रिय सवाद बनाने का कार्य करता है। इस प्रकार के माध्यम से कार्यक्रम न केवल विद्यार्थीयोंको भारतीय सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराते हैं, बल्कि उनमें कला और संस्कृति के प्रति अभ्यास करने कि रुचि भी जाग्रत करते हैं।

निष्कर्ष

यह कार्यक्रम नवोदय विद्यालय सिलवासा के विद्यार्थियों के लिए एक यादगार अनुभव साबित हुआ। इसने न केवल भारतीय संगीत की महत्ता को रेखांकित किया, बल्कि विद्यार्थियोंको सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का एक उत्कृष्ट अवसर भी प्रदान किया। छात्रों की उत्सुकता और पंडित जी के प्रेरणादायक शब्दों ने इस कार्यक्रम को और भी सफल बना दिया।

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